रविवार, 2 अगस्त 2015

ज़िंदगी में कई चीज़ हम पहली बार करते हैं। कभी ख़ुशी होती है और कभी हमें अपने आप को दोषी भी लगता हय. याद है वह दिन जिस दिन आपने पहली बार अपने माता पिता या दोस्तों के साथ झूठ बोला था। ख़ुशी भी हुई होगी जब आपने पहली बार साईकल चलाना सीखा होगा।

क्या आप जब भी कोई नयी सफलता हासिल करते हो तो उसे celebrate करते हो ? चाहे वह कितनी भी मामूली या छोटी सफलता हो ? अपने ज़िंदगी से अधिक पाने के लिए ये अति आवश्यक है।  इन्ही ख़ुशियों के माध्यम से हम अपनी ज़िंदगी में, अपने आप में energy create करते है। ये आपके साथ दूसरों को भी प्रभावित करता है। आपके ज़िंदगी में आस पास अगर लोग खुश हो तो एक अलग momentum बनता है जो कि आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है।

आज का दिन मेरे लिए एक ऐसा दिन है।  आज मेरा लिखा हुआ article पहली बार I Next नामक हिंदी
पत्रिका में छपा है। मैं बहुत खुश हूँ अपनी इस प्रयास पर। धन्यवाद करता हूँ पत्रिका के समपादकीय टीम को जिन्होंने मेरे विचारों को अपने पाठकों के लिए उपयुक्त समझा।

कितने लोग पड़ेंगे , कितनो को अच्छा लगेगा मुझे पता नहीं। मैं इतना समझता हूँ कि ये मेरे ज़िन्दगी का एक महत्वपूर्ण मोड़ है जो कि मुझे एक नया motivation दे रही है और मुझे लिखने को प्रोतसाहित कर रही है।

क्या आप भी अपने ज़िन्दगी के सफर में होने वाले घटनाओ से इतना ही आनंद पाते हैं और प्रोतसाहित होते हैं ? होकर देखिये आप अपने जीवन से और बहुत कुछ पा सकेंगे।