मंगलवार, 3 जनवरी 2017

नमस्कार। कैसा रहा आपका कल का दिन ?नए साल का पहला दिन। आशा है अच्छा रहा। आपको नए साल की बधाई। दुआ करता हूँ की हर किसी का 2017 मंगलमय हो। बेहतर हो।
2016 के शुरुआत में आपने क्या कोई नए साल का resolution या प्रतिज्ञा किया था ? कितने दिनों तक आपने सफलता के साथ अपने प्रतिज्ञा को निभाया ? कई लोग नए साल पर resolution करते हैं। मैं भी करता हूँ। शायद आप भी। क्यों करते हैं हम ?नया साल ,नई शुरुआत ? साल के बीच में क्यों नहीं करते हैं ? resolution को क्यों हम निभा नहीं पाते हैं ? आज कुछ बातें इसी विषय पर करेंगे।
resolution क्या है ? खुद में एक परिवर्तन जो कि फायदेमंद है अपने लिए। अपनों के लिए। धूम्रपान बंद करना ,वजन घटाना , काम के सिलसिले में नए तरीका अपनाना। करना  उतना आसान नहीं है जितना की सोचना। कहीं पर एक inertia रहता है परिवर्तन का। इस लिए हम साल में एक बार प्रतिज्ञा करते हैं। कोशिश जरूर करते हैं। लेकिन प्रतिज्ञा पर टिक नहीं पाते हैं। फिर क्या करतें हैं ? अगले साल का इंतेज़ार।
परिवर्तन के लिए ज़िद और तैयारी बहुत जरूरी है। परिवर्तन के  उपाय को हम आसानी से समझने और याद रखने के लिए हम ABCD of change के विषय में बात करेंगे। A -Accept , B- Believe, C- Commit, D- Do.
Accept -आपको यह स्वीकार करना पड़ेगा कि परिवर्तन आवश्यक है। बात यहाँ से शुरू होती है। मजबूर होने के पहले अपनी मर्जी से परिवर्तन लाने में ही मंगल है।
Believe -केवल स्वीकार करने से नहीं चलेगा। खुद पर विश्वास रखना पड़ेगा कि मैं यह परिवर्तन कर सकता हूँ। मेरे तजुर्बे में यहीं पर काफी लोग हार मान जाते हैं। हमें यह समझना है कि बदलाव दिमाग में पहले जरूरी है क्योंकि हमारा दिमाग यह निर्धारण करता है कि हम क्या करेंगे या नहीं करेंगे।
Commit -ज़िद वाली बात। खुद को बताना क्या नहीं करना है या करना है। धूम्रपान नहीं करना है या सुबह का वाक करना है। मैंने कुछ लोगों को देखा है कि कम सिगरेट पिऊंगा। इससे सफलता नहीं मिलती है। कम की परिभाषा क्या है ? याद है वह डायलाग -एक बार मैंने कमिटमेंट कर दी तो खुद का भी नहीं सुनता हूँ। परिवर्तन के शुरू में दिल और दिमाग दोनों को बैलेंस करने का सर्वश्रेष्ठ मिसाल है। कमिटमेंट की सुनूँगा। खुद की नहीं। ऐसा संकल्प के बिना परिवर्तन संभव नहीं है।
Do -आप स्वीकार कर लो। खुद पर विश्वास रखो की आप कर सकते हो। कमिटमेंट भी आपने कर दी। लेकिन परिवर्तन तो आपको ,खुद को , करना पड़ेगा। कोई दूसरा आपके लिए नहीं कर पाएगा। करना पड़ेगा। करते रहना पड़ेगा। तब तक। जब तक परिवर्तन सम्पूर्ण ना हो जाए।
मैं दो उदहारण पेश करना चाहूँगा इस पद्धति को प्रमाण करने के लिए। एक अपने जीवन से। और एक भारतीय क्रिकेट टीम के २००३-०४ में ऑस्ट्रेलिया के सफर से।
मैं एक समय तक दिन में ४० सिगरेट पिया करता था। १९९३ के पहले दिन मैंने निर्णय लिया की मुझे सिगरेट पीना बंद करना क्योंकि स्वास्थ के लिए बहुत हानिकारक है। मैं उस वक़्त एक अंतरराष्ट्रीय फार्मास्यूटिकल कंपनी में काम करता था जिसके कारन मैंने काफी पढ़ाई की थी और इस निष्कर्ष पर पहुंचा था। क्या बाधाएं थी मेरे इस परिवर्तन को हासिल करने में ? एक मुझे सिगरेट पीने में आनंद मिलता था और सुबह पहली चाय के साथ सिगरेट पीने का प्रातक्रिया पर प्रभाव- पूरी बात मानसिक था , वैज्ञानिक नहीं। मैंने पहले सुबह के चाय के साथ सिगरेट पीना बंद किया। ताकि शरीर का उस पर डिपेंडेंस ख़त्म हो जाए। एक महीने तक यह चलता रहा। ३१ जनवरी १९९३ को मैंने एक घंटे के दरम्यान २० सिगरेट पी। एक के बाद एक। इतना पिया की मुझे घृणा हो गई सिगरेट पीने से। तब से मैंने सिगरेट छुआ तक नहीं है। दोस्तोँ के महफ़िल में एक कश तक नहीं लेता हूँ। डर है कि वापस पीने ना लगूं। क्या सीखा मैंने ? प्लानिंग ,संकल्प और डिसिप्लिन के बिना परिवर्तन संभव नहीं है।
दूसरा उदाहरण हमें तेरह साल पहले इसी दिन भारतीय क्रिकेट टीम के ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर सिडनी टेस्ट के पहले दिन पर ले जाता है। २००३-०४ के इस दौरे पर हमारे लिटिल मास्टर पहले तीन टेस्ट मैच में नाकामयाब थे। विडियो विश्लेषण के माध्यम से उन्होंने यह समझा था कि वह ऑफ ड्राइव करते वक़्त विकेट के पीछे कैच आउट हो जा रहे थे। इस कमजोरी को स्वीकार करने के बाद उन्होंने अपने आप पर विश्वास किया और खुद से एक गज़ब कमिटमेन्ट किया -सिडनी टेस्ट मैच में वह किसी भी गेंद पर ऑफ ड्राइव नहीं करेंगे ! परिणाम -उन्होंने जिंदगी का सर्वाधिक टेस्ट स्कोर बनाया -नाबाद रह कर २४१ रन !
इस उदाहरण से हमने क्या सीखा ? आप अपने दुनिया के बेताज बादशाह हो सकते हो। फिर आपको परिवर्तन जरूरी है। और इस परिवर्तन को करने में आपका अहंकार आपका सबसे कठिन समस्या बन सकता है। परिवर्तन के लिए अहंकार पर काबू पाना जरूरी है। नहीं तो सफलता नहीं मिलेगी। अगर क्रिकेट का बादशाह अपने अहंकार को काबू कर सकता है , तो हम क्यों नहीं कर सकते हैं।
क्या आप इस नए साल में ABCD का प्रयोग करना चाहते हैं अपने लिए ? मुझे फेसबुक के माध्यम से जानकारी दीजिये। शायद मैं आपकी मदद कर सकूँ अगर आपने चाहा तो। खुश रहिये। स्वस्थ रहिए। यही दुआ मांगता हूँ सब के लिए। ऊपर वाले से। 

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