शुक्रवार, 30 जून 2017

क्रिकेट का चैंपियंस ट्रॉफी तो आप जरूर देख रहे होंगे। क्या यह आपके समय का सबसे बेहतर उपयोग है ? इस प्रश्न का जवाब सीधा और सरल नहीं है। अगर आपको क्रिकेट में ऐसी दिलचस्पी है कि आप और किसी काम पर कंसन्ट्रेट नहीं कर पाते हैं तो आपको क्रिकेट जरूर देखना चाहिए। परंतु उसके तुरंत बाद आपको अपना काम निपटा लेना चाहिए। कई साल पहले मैं किसी बड़ी कमपनी का जेनरल मैनेजर हुआ करता था। उस वक़्त मेरे टीम को छूट थी कि वह किसी भी एक दिवसीय क्रिकेट मैच में जहाँ भारतीय टीम खेल रही हैं , अंतिम के पाँच ओवर को टीवी पर देख सकता था। लेकिन मैच के ख़त्म होने के बाद विश्लेषण के लिए केवल दस मिनट का समय उपलब्ध था। उसके बाद काम पे लौटना है और काम ख़त्म करना जरूरी है।
आज मैं आपको अपने समय का बेहतर सदुपयोग के लिए शेष पाँच टिप्स का जिक्र करूंगा। जैसा मैंने वादा किया था आप से मेरे पिछले महीने के लेख में। अगर आप में से कोई पहली बार मुझसे मिल रहें हैं Doc -U -Mantra के माध्यम से और इस लेख से प्रभावित हो कर पिछले लेखों को पढ़ना चाहते हैं तो inextlive पर log in कीजिए। हर महीने के पहले सोमवार में आपको Doc -U -Mantra मिल जाएगा। सब पाठकों से निवेदन है आपकी फरमाइश का -आप किस विषय में मुझसे जानना चाहते हैं। फेसबुक के माध्यम से मुझे बताईए। आप संपादक को चिट्ठी के माध्यम से भी अपनी फरमाइश का जिक्र कर सकते हैं।
आपके समय का बेहतरीन उपयोग के लिए मेरा छठा सलाह है -दूसरों से काम लीजिये जब जरूरी हो। अंग्रेजी में इसे delegation कहते हैं। डेलीगेशन करते वक़्त आपको ख्याल रखना पड़ेगा कि आपने सही व्यक्ति को सही काम सही समय पर डेलिगेट किया है। डेलीगेशन का तात्पर्य है कि उस काम को सठिक करने की जिम्मेवारी आपकी है ,लेकिन काम कोई दूसरा करेगा। इसका मतलब यह होता है कि आपको सोच लेना पड़ेगा कि आप किस तरह से निश्चित करोगे कि जिसको आपने काम करने को कहा है , वह उसी तरह से काम कर रहा है। एक अच्छा मैनेजर वही होता है जो सठिक डेलिगेट कर सकता है।
बाद में करेंगे। कितनी बार आप कई काम को सही वक़्त पर नहीं करते हो। जरा सोचिए 'बाद में करेंगे' निर्णय तक पहुँचने के लिए आपको उस काम के जरूरत को समझना पड़ेगा। बाद में जब उस काम को करने जाइएगा , आपको दोबारा उस काम को समझना पड़ेगा। जिसके लिए आपको फिर समय देना पड़ेगा। किसी भी काम को अगर आपको इस वक़्त नहीं करना है ; तय कीजिए कि आप उस काम को किसीको डेलिगेट कर सकते हैं या नहीं। अगर आप डेलिगेट नहीं कर सकते हैं और उसी वक़्त आपके पास समय नहीं है तो आप ऐसा कीजिए कि उस काम को इतनी जल्दी कीजिए ताकि आपको काम को फिर से ज्यादा समय ना गुजारना पड़े। मैं जब जेनेरल मैनेजर की हैसियत में काम करता था तो ऑफिस के अन्य लोग मेरे चटपट डिसिशन का बहुत सराहना करते थे। मैं केवल अपने समय का बेहतर उपयोग कर रहा था। मैं किसी भी कागज़ जो कि मेरे मेज पर पहुचँता था ; उस कागज़ को मैं केवल एक ही बार पढ़कर निर्णय लेता था कि उसका करना क्या है ! यह मेरे जीवन का एक अभिन्न अंग बन चुका है।  करके देखिये आप कितना समय बचा सकोगे।
हिन्दी फिल्म के हीरो कई काम एक साथ बखुबी कर सकते हैं। याद रखिएगा यह फिल्मों में ही संभव है। आम ज़िन्दगी में नहीं। multi -tasking हर किसीके लिए संभव नहीं है। कुछ लोग कर सकते हैं ;वह भी कुछ हद तक। परन्तु कई लोग काबिल ना होने के बावजूत मल्टी टास्किंग करने का प्रयत्न करते हैं। करते वक़्त गलतियां करते हैं। जिसको सुधारने के लिए फिर समय चाहिए। अगर गलती भी नहीं करते हैं ; वह यह नहीं समझते हैं कि मल्टी टास्किंग करने के कारन कुल समय ज्यादा लगता है। अपना उदाहरण देता हूँ। किसी लेख में मैंने ज़िक्र किया था कि मैंने अपने आप को इस लेख को लिखने के लिए दो घण्टे का समय निर्धारित किया है। मैं दो घण्टे में यह लेख तभी ख़त्म कर सकता हूँ जब कि मैं लगातार दो घण्टे का समय इस लेख को लिखने में प्रयोग करूँ। सोचिए मैंने आधा घंटा लिखा ; कुछ और काम किया ; फिर वापस लेख लिखने बैठता हूँ ; मुझे दुबारा लिखने के मानसिक स्तिथि में खुद को लाना पड़ेगा।
कुछ लोग खुद काम नहीं करते हैं ; दूसरों को भी काम नहीं करने देते हैं।  ऐसे लोगों से सावधान रहिएगा।  इनको अपने समय के मूल्य का अंदाज़ नहीं है। इस तरह के टाइम वेस्टर्स के विषय में सचेतन रहिए। यह आपके समय को खा जाता है लेकिन आप समझ नहीं पाते हो। व्हॉट्स ऑप पर आप जो चैट करते हो ; इसी तरह का एक टाइम वेस्टर है जो कि आपका समय खा जाता है परन्तु आप समझ नहीं पाते हैं। मैं आजकल देखता हूँ कि लोग सफर के वक़्त अपने मोबाइल पर ही समय बिताते हैं।  आस पास क्या हो रहा है कुछ खबर नहीं है।  दुनिया पर नजर नहीं रखेंगे तो आप आगे बढ़िएगा कैसे ?
अंतिम सलाह -स्वस्थ रहिए। अस्वस्थ वक़्ति को किसी भी काम को करने में ज्यादा समय लगता है। समय निकालिए शारीरिक और मानसिक स्वस्थ को चंगा रखने के लिए। यह जिंदगी जीने का सबसे महत्वपूर्ण कदम है।  समय नहीं मिल रहा है आपको अपने स्वास्थ के ख्याल रखने का ?
तब आपको इस लेख में और पिछले लेख में ज़िक्र किए हुए टिप्स का प्रयोग करना जरूरी है। तभी आपको समय मिलेगा अपने सेहत का ख्याल रखने के लिए। जिसके बिना आपका समय का प्रयोग सही नहीं होगा।
मैं इंतेज़ार करूँगा आपसे सुनने के लिए। आपके समय के सदुपयोग के विषय में और आपके स्वस्थ जिंदगी का। खुश रहिए।  इसका कोई विकल्प नहीं है।