गुरुवार, 1 फ़रवरी 2018

नमस्कार। देखते -देखते नए साल का एक महीना गुज़र गया। सर्दियों का मौसम विदाई के द्वार पे खड़ा है। फ़रवरी का महीना सर्दी और गर्मी के मौसम को जोड़ने वाला सेतु है। मार्च के महीने में होली के उत्सव के माध्यम से हम गर्मी के मौसम की तैयारी करते हैं। फ़रवरी का महीना रोमांस का दिन -'वैलेंटाइन' दिवस -के लिए मशहूर है। इस दिन हम अपना प्यार ज़ाहिर करते हैं एक दुसरे के लिए। कई लोग वैलेंटाइन दिवस केवल युवा लोगों के लिए है सोचते हैं। यह गलत चिंता भावना है। प्यार कोई भी कर सकता है ,किसीसे भी। अक्सर हम प्यार की परिभाषा को बहुत ही संकीर्ण बना देते हैं। मेरा तजुर्बा यह बताता है कि कई लोग अपने प्यार की अभिव्यक्ति करने में झिझकते हैं।
आज हम प्यार या LOVE के मूल विषय पर चर्चा करेंगे आपके साथ -जिनको मैं प्यार करता हूँ ,बेहद ,क्योंकि आप हर महीने के पहले सोमवार को मिलते हो मुझसे , Doc -U -Mantra के माध्यम से। आप में से कुछ लोग मुझसे फेसबुक  पर भी मिलते रहते हो। ऐसे लोगों के साथ मेरा प्यार का रिश्ता और भी गहरा है।
LOVE या प्यार का नीव छुपा है LOVE शब्द में ही। कैसे ?समझाता हूँ आपको। प्यार के किसी भी रिश्ते में LOVE जरूरी है।
L-Listen actively  -प्यार में एक दुसरे को सुन्ना बहुत जरूरी है। क्या आप सुन पाते हो जो कि शब्दों के ज़रिए नहीं व्यक्त किया जा रहा है ?आप सुन रहे हो ,यही काफी नहीं है। आप अपने चाहने वाले को ध्यान से सुन रहे हो ,यह समझाना भी जरूरी है।
O- Observe carefully -एक दुसरे पर गौर कीजिए और ध्यान दीजिए। ऑब्जरवेशन के माध्यम से ही आप समझ पाईएगा उस सन्देश को , जो की शब्दों से नहीं बताया जा रहा है। व्यवहार में परिवर्तन, अभिमान, रूठना ,अचानक चुप हो जाना इस किस्म के कई संकेत हैं।
V -Value sentiments- sentiments यानि भावनाओं का कदर कीजिए। हर प्रकार का भावना महत्वपूर्ण है किसी भी प्यार के रिश्ते के लिए। गुस्सा ,अहंकार ,मज़ाक, दुःख -सब कुछ इस भावनाओ के और रिश्ते के अहम् अंग हैं। इन भावनाओं का इज़्ज़त करना और उनको सही तरीके से deal करना प्यार के रिश्ते को और भी मजबूत बनाता है।
E -Express your emotions - अक्सर हम प्यार के रिश्ते में अपने emotions या मन की बात को नहीं पेश करते हैं इस भय के कारन कि उनको चोट पहुंचेगी या दुःख होगा। यह गलत है। वह कैसा प्यार का रिश्ता है जिसमे 'मैं ',मैं नहीं रह सकता हूँ। अगर समझदारी नहीं है ;अपनी भावनाओं को व्यक्त करने की स्वाधीनता नहीं है तोः वह प्यार क्या है ? emotions को express करना गलत नहीं है किसी भी प्यार के रिश्ते में। किस तरह हम एक्सप्रेस कर रहें हैं अपने emotions को ,वह अधिक महत्वपूर्ण है। याद है , मैंने कई महीनो पहले लिखा था ऐसे किसी लेख में -हम जो कहते हैं महत्वपूर्ण है ,कैसे कहतें हैं ,उससे कहीं अधिक महत्वपूर्ण है।
LOVE के इस फार्मूला को तुरंत अपना लीजिए। इसके जरिए आप किसी के साथ अपने प्यार के रिश्ते में सबसे बड़ी ज़रुरत को हासिल कर पाएँगे -विश्वास -जिसके बिना कोई भी रिश्ता ,'रिश्ता 'नहीं बनता। प्यार भी एक पवित्र रिश्ता है।
तो इस वैलेंटाइन दिवस पर बेझिझक कह डालिए उन सब को जिनसे आप प्यार करते हैं -I LOVE YOU !जैसे कि मैं कह रहा हूँ ,बेझिझक -I LOVE YOU -आप सब का प्यार बना रहे ,बढ़ता रहे और परिपूर्ण हो यही दुवा है मेरी। याद रखिएगा -जितना आप प्यार करेंगे उससे कहीं ज़्यादा आपको प्यार मिलेगा अगर आपका प्यार सच्चा ,पवित्र और निःस्वार्थ हो। आपके प्यार का इंतेज़ार करूँगा फेसबुक के माध्यम से। यह लेख मैं उनको समर्पित करता हूँ जिन्होंने फेसबुक के जरिए मुझे अनुरोध किया था उनके लिए कुछ लिखने के लिए Doc -U -Mantra में. उम्मीद कर रहा हूँ कि आप पढ़ रही हो इस लेख को। बताइएगा जरूर।